भोपाल। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में अवैध नियुक्तियों और वित्तीय गबन के आरोपों में पूर्व आईएफएस अधिकारी ललित मोहन बेलवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई भोपाल निवासी राजेश कुमार मिश्रा की शिकायत और न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी के आदेश के बाद की गई।
बिना योग्यता नियुक्त किए गए कर्मचारी
शिकायत के अनुसार, तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) बेलवाल ने अपने पद का दुरुपयोग कर बिना अर्हता के कई व्यक्तियों की नियुक्तियां कीं। इनमें सुषमा रानी शुक्ला, देवेंद्र मिश्रा, अंजू शुक्ला, मुकेश गौतम, ओमकार शुक्ला और आकांक्षा पांडे के नाम शामिल हैं। आरोप है कि उन्होंने मानदेयों में भी 40% तक की अवैध वृद्धि की।
बीमा योजना के नाम पर करोड़ों का घोटाला
जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि बेलवाल ने कम्युनिटी बेस्ड माइक्रो बीमा योजना के तहत 81,647 महिलाओं से प्रति व्यक्ति 300 रुपये लिए, लेकिन किसी को बीमा पॉलिसी जारी नहीं की गई। इससे 1.73 करोड़ रुपये का गबन होने की बात सामने आई है।
नियुक्तियों के नियम भी नहीं थे अस्तित्व में
शिकायत में कहा गया है कि बेलवाल ने जिन मानव संसाधन नियमों के आधार पर नियुक्तियां कीं, वे उस समय अस्तित्व में ही नहीं थे। उन्होंने 2015 से 2023 के बीच प्रतिनियुक्ति के दौरान नियमों की अनदेखी कर अवैध तरीके से सलाहकारों की भर्ती की।ईओडब्ल्यू ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।