नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, 27 साल के वनवास को समाप्त करते हुए 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की। आम आदमी पार्टी (AAP), जो 2015 से दिल्ली की सत्ता पर काबिज थी, केवल 22 सीटों पर सिमट गई। इस चुनाव में आप के कई बड़े चेहरे हार गए, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया शामिल हैं।
केजरीवाल और सिसोदिया की हार
नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को हराकर सनसनीखेज जीत दर्ज की। जंगपुरा सीट से पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। यह हार आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका है, जो पिछले एक दशक से दिल्ली की सत्ता में थी।
पीएम मोदी का विजयी संबोधन
चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्लीवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा,मैं हर दिल्लीवासी को 'मोदी की गारंटी' पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने पूरे दिल से हमारा समर्थन किया है। भाजपा के वादों को लेकर लोगों के भरोसे का मैं ऋणी हूं, और इसे विकास के रूप में चुकाऊंगा।पीएम मोदी ने आगे कहा कि दिल्ली के लोगों ने एक दशक की 'आप-दा' (आपदा) से मुक्ति पाई है। उन्होंने इस जीत को विकास, दूरदर्शिता और विश्वास की जीत करार दिया।मोदी की गारंटी' का असर,बीजेपी ने विकास और जनहितैषी योजनाओं को लेकर जनता में भरोसा जगाया।AAP सरकार के खिलाफ असंतोष,कथित भ्रष्टाचार और प्रशासनिक नाकामियों के चलते AAP की लोकप्रियता घटी।हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का मुद्दा, बीजेपी ने चुनाव प्रचार में राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक मुद्दों को प्रभावी ढंग से रखा। सीएए और शाहीन बाग मुद्दा, पुरानी घटनाओं और हिंदू वोटरों के ध्रुवीकरण ने बीजेपी को मजबूती दी। आप के बड़े नेताओं की हार,पार्टी नेतृत्व के कमजोर पड़ने से कार्यकर्ता उत्साहहीन हो गए। बीजेपी की जीत के साथ दिल्ली में राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं। आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनाव बड़ा झटका साबित हुआ है, जबकि कांग्रेस का प्रदर्शन लगभग नगण्य रहा। अब देखना यह होगा कि बीजेपी अपनी 'मोदी की गारंटी' को कैसे पूरा करती है और दिल्ली को किस दिशा में आगे बढ़ाती है।