भोपाल: खनन और कंस्ट्रक्शन व्यवसाय से जुड़े राजेश शर्मा के ठिकानों पर आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई


 भोपाल। आयकर विभाग ने बुधवार सुबह त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी छापेमार कार्रवाई की। खनन और कंस्ट्रक्शन कारोबार में सक्रिय राजेश शर्मा को पूर्व मुख्य सचिव और भाजपा सरकार के एक पूर्व मंत्री का करीबी माना जाता है। यह कार्रवाई भोपाल के नीलबड़, रातीबड़, सूरज नगर, मेंडोरा और कस्तूरबा नगर सहित आधा दर्जन स्थानों पर की गई।सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग की टीम ने सीआरपीएफ के 25-30 जवानों के साथ इन ठिकानों पर पहुंचकर जांच शुरू की। शर्मा का कंस्ट्रक्शन और स्टोन क्रेशर का व्यवसाय भोपाल और आसपास के इलाकों में फैला हुआ है। इसके अलावा, वह खदानों के ठेके और क्रेशर संचालन से भी जुड़े रहे हैं।त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी को रायसेन के सीएम राइज स्कूल निर्माण का ठेका भी मिला था। बताया जाता है कि राजेश शर्मा सत्ता पक्ष के कई बड़े नेताओं के करीबी हैं। इनमें पूर्व मंत्री रामपाल सिंह का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। इन संबंधों के चलते शर्मा को सरकारी प्रोजेक्ट्स में ठेके हासिल करने में मदद मिली।आयकर विभाग ने राजेश शर्मा के अलावा उनके सहयोगी दीपक भावसार, विनोद अग्रवाल, और रूपम शिवानी के ठिकानों पर भी छापे मारे। ये सभी जमीन की खरीद-बिक्री और कंस्ट्रक्शन के काम में शामिल बताए जा रहे हैं कार्यवाही के दौरान सभी स्थानों पर सीआरपीएफ जवान तैनात रहे, जिससे सुरक्षा के कड़े इंतजाम दिखाई दिए। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग ने कई अहम दस्तावेज और अन्य सामग्री जब्त की है।आयकर विभाग की इस बड़ी कार्रवाई से खनन और कंस्ट्रक्शन उद्योग में हलचल मच गई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। इस कार्रवाई को राजेश शर्मा और उनके सहयोगियों की संदिग्ध गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है।


Comments