बारूद के धमाके से दहला बूढानपुर, शासकीय कार्यो में कर रहे बारूद का उपयोग

विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज हो मामला,  

कोतमा। कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बुढानपुर में इन दिनों शासकीय राशि की होली खेली जा रही है। चुनाव के नजदीक आते देख जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायत के सचिव  मिलकर पंचायत के पैसों का बंदरबांट करने पर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कमीशन देकर जिला पंचायत से निर्माण कार्यों का स्वीकृत करवाना और कम से कम बजट में कार्य को कर कार्यों की पूरी राशि पंचायत के खाते से निकाली जा रही है । वही पंचायत पर लगने वाले बिल पर भी चार से पांच पर्सेंट कमीशन देकर दुकानों से पास करवा कर निकाल लिया जाता है। हाल ही में ग्राम पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है जहां पत्थरों को तोड़ने के लिए बारूद का इस्तेमाल किया गया और पत्थर तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग करवाई गई । बताया जाता है   । हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं की जा सकती कि आखिर पत्थर तोड़ने में इस्तेमाल हुए बारूद किसके द्वारा लाया गया और इसका उपयोग कौन कर रहा है। 

अवैध ब्लास्टिंग से दहला बुढानपुर

ग्राम पंचायत बुरहानपुर में शासकीय मत से निर्माण कार्य कराया जा रहा है जहां पत्थरों को तोड़ने वाले बारूद को लगाकर ब्लास्टिंग की जा रही है। बताया जाता है कि ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर इतने ऊंचे ऊंचे पूरे की आस-पास के गांव में दहशत का माहौल हो गया था। फिलहाल तो सूचना मिलते ही पत्थरों और बारूद को उस जगह से साफ कर दिया गया है लेकिन जांच का विषय यह है कि आखिर किसके परमिशन से यह ब्लास्टिंग की गई और उसका बारूद कहां से आया। 

कहां से आ रहा है अवैध बारूद

जिस बारूद का उपयोग पत्थर तोड़ने के लिए ग्राम पंचायत एजेंसी द्वारा किया गया आखिर बारूद कहां से आ रहा है इसकी जांच होनी चाहिए एवं उपयोग में बारूद का उपयोग करने की परमिशन किसके द्वारा दी गई तथा निर्माण कार्य के दौरान  ब्लास्टिंग किसके देखभाल में हुई है इसके तहतक पहुंच कर इसकी जांच उच्च अधिकारियों को करनी चाहिए। जिससे कि ग्राम पंचायत अंतर्गत किसी भी प्रकार के जीव जंतु या मनुष्य को उक्त बारूद बम ब्लास्ट से कोई नुकसान न पहुंचे। अगर ग्राम पंचायत में बारूद लाया गया तो  बारूद कहां से आया और अवैध बारूद रखने के जुर्म में अब तक ना तो एफ आई आर दर्ज हुई और ना ही कोई शिकायत दर्ज कराई गई है। 

कहीं बड़ी दुर्घटना की ओर संकेत तो नहीं

जिस तरह पंचायत के कार्यों में बारूद का इस्तेमाल किया गया कहीं वह बड़ी दुर्घटना की ओर संकेत तो नहीं कर रहा है आखिर इतना बारूद बिना परमिशन और बिना किसी जानकारी के ग्राम पंचायत द्वारा कैसे उपयोग किया गया आखिर शासकीय कार्य में किस की देखरेख में बारूद के माध्यम से ब्लास्टिंग करवाई गई और उक्त ज्वलनशील पदार्थ कहां से आया इसकी जानकारी ना तो पंचायत द्वारा दी जा रही है और ना ही कार्य करने वाले मजदूरों के द्वारा जानकारी कोई प्रेषित की जा रही है। 

दर्ज होनी चाहिए एफआईआर

अवैध बारूद का इस्तेमाल कर पत्थर तोड़ने में किया जा रहा है जिसमें ग्राम पंचायत के ऊपर विस्फोटक अधिनियम के तहत एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए तथा उक्त बारूद की जांच और और अवैध बारूद के स्टाफ के बारे में भी पूरी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को लेनी चाहिए। जिस कार्यों के लिए अवैध बारूद का इस्तेमाल किया गया है बताया जाता है कि वह कार्य वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से  कमीशन देकर लाया गया है और जिसमें लाख दो लाख का काम कर बाकी पैसे डकार लेने की स्कीम भी बनाई गई है।

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