विरोध...बिजली वितरण कंपनी को निजीकरण के विरोध में अनूपपुर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने काली पट्टी बाँध कर किया विरोध


अनूपपुर /बिजली वितरण कंपनी का निजीकरण करने का विरोध बिजली कर्मचारी व अभियंता कर रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ 1 जून से आज काली पट्टी बाँध कर चरणबद्ध आंदोलन का शंखनाद कर रहे हैं, जो कि प्रदेशव्यापी रहेगा। बिजली अफसर, कर्मचारी और अभियंता के अलग अलग संगठन मिलकर यह आंदोलन कर रहे हैं इसके चलते पूर्व क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के संभागीय मुख्यालय अनूपपुर पर आज 1 जून को समस्त कर्मचारी केंद्र के तुगलकी आदेश के विरोध मे काली पट्टी बाँध कर काला दिवस मनाया गया । इस दौरान केंद्र द्वारा प्रदेश की बिजली वितरण कंपनी का निजीकरण कर अपने चहेती कार्पोरेट कंपनियों को देने का सांकेतिक विरोध किया ।केन्द्र सरकार द्वारा विद्युत सुधार अधिनियम 2020 जो पारित किया गया है वह जन विरोधी, श्रमिक विरोधी व देश विरोधी कदम है। इससे श्रमिकों संस्थानों एवं जनता के हितों पर कुठाराघात होगा।बिजली कंपनी का निजीकरण होने से उपभोक्ताओं को जहां मंहगी बिजली मिलेगी, वहीं बेरोजगारी, पेंशनरों के साथ बिजलीकर्मियों का शोषण बढ़ जाएगा। इसके खिलाफ ही बिजलीकर्मी चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं ताकि बिजली कंपनी का निजीकरण को रोका जाए।कर्मचारियों ने कहा कि केंद्र और राज्य शासन द्वारा बिजली वितरण कंपनी को पूंजीपतियों के हाथों बेचकर निजीकरण किया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को महंगी बिजली मिलेगी। साथ ही बेरोजागरी तथा पेंशनरों एवं बिजलीकर्मियों के शोषण होगा।इस कार्यक्रम में प्रांतीय सचिव जे.पी.एन. शर्मा, शाखा अध्यक्ष संतोष रैकवार, सचिव बृजेश तिवारी एवं गंगा सिंह, गंगाराम राठौर, गुलशेर अहमद, दुख्खू पटेल, लवकुश पटेल, राविन्द्र पटेल, अभिजीत चक्रवर्ती, शिव प्रसाद पटेल, कमला यादव, राधेश्याम कुशवाहा, आर.पी. वर्मा, अशोक श्रीवास्तव, सीमा वर्मा, अंजनी सिंह, बबलू शारदे, संजय जैन, विपिन बिहारी, राजेश सोनी, सुरेश राठौर एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।   


 


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