प्रदेश के 173 डाॅक्टरों को डियूटी पर लौटने के लिए आखिरी चेतावनी

 


कोरोना महामारी के बीच ये डाॅक्टर है अस्पतालों से लापता...


रघु मालवीय 


भोपाल। पूरा देश इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में सरकारी अस्पतालों के डाँक्टरो की जिम्मेदारी और अधिक महत्वपूर्ण है,पर इन अस्पतालों के कई डाँक्टर बिना बताए दो-ढाई माह से लापता है। कोरोना संक्रमण से प्रभावित मध्यप्रदेश सहित देश के अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मरीजों की लाइन लगी हुई है। ऐसे में सरकारी अस्पताल में डाँक्टरो का गैरहाजिर रहना सरकार और जनता के लिए चिंता का विषय है,वहीं लापरवाही भी है। सरकार ने इन डाॅक्टरों को डियूटी पर लौटने के लिए कई सूचनाएं दी,इनमें से कुछ डाक्टर तो वापस लौट आये पर अभी भी 173 डाॅक्टर अभी भी लापता है। लगातार अपनी सेवाओं से गैरहाजिर इन डाक्टरों को सरकार ने आज आखिरी चेतावनी देते हुए विज्ञापन जारी किया है,जिसमें 10 दिनों के अंदर संबंधित जिलों में सी.एम.एच.ओ.को अनिवार्य रूप से अपनी उपस्थिति देने को कहा गया है। यदि इन डाॅक्टरों ने 1 जुलाई तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई तो इनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी। इसी प्रकार मेडिकल सेवा के अन्य कर्मचारी भी गैरहाजिर है। 


Popular posts
कोतवाली में पदस्थ एएसआई आरएन तिवारी की पुलिस अधीक्षक से हुई शिकायत
Image
अनूपपुर जिले के राजनगर में राष्ट्रीय खेल दिवस का भव्य आयोजन: मेजर ध्यानचंद को समर्पित वॉलीबॉल मैच
Image
आखिर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन कब तक?
Image
78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भगवा पार्टी कार्यालय में ध्वजा रोहण संपन्न
Image
"पश्चिम बंगाल में डॉक्टर की हत्या: सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और राजनीति के बीच संतुलन की चुनौती"
Image