23 जून से आरईओ के माध्यम से दिया जायेगा धान की बीज,साथ में लाना होगा खसरा और आधार नंबर।
जवा/ बरसात का मौसम आते ही किसानों को खरीफ फसल की बुबाई की चिंता बढ़ जाती है कि अब किस बीज का चयन करे जो समय से पक जाए इसी कारण किसान कृषि विभाग का चक्कर काटना शुरू कर देता लेकिन विभाग के लेट लतीफी के कारण 90 %किसानों को बाजार की दुकानों का सहारा लेना पड़ता है। जहा से 3 गुने दाम पर धान के बीज को खरीदना पड़ता है अब चाहे हम इसे मज़बूरी कहे या कृषि विभाग की उदासीनता के कारण किसानों को 3 गुने दाम पर धान का बीज खरीदना।। वही जब हम किसानों से इस संबंध में बातें की तो उनका कहना है कि एक जून से कृषि विभाग का चक्कर लगा रहे है लेकिन अभी तक विभाग से धान नही मिली। जिसके कारण हम किसानों को बाजार की दुकानों से बीज खरीदना पड़ रहा है वैसे भी समय से बारिष होने के वजह से 70 %किसानों ने बाजार से बीज लेकर डाल दिए। वही जब हमारे संबाददाता कुशमेंद्र सिंह ने किसानों की समस्या को जानने के लिये कृषि बिस्तार अधिकारी धीरेंद्र सिंह से बातें की तो उनका कहना है कि लाकडाउन के बजह से वाहन ना मिलने के कारण धान का बीज आने में देरी हुई है अब बीज आ चुकी है जिसे आरईओ के माध्यम से 23 जून से दिया जाये गया।बीज का कोई पैसा नही लिया जायेगा कल्चर का पैसा लिया जायेगा।जहा पर किसानो को खसरा और आधार नंबर देकर सम्बंधित कर्मचारियों से बीज ले सकते है।