प्रहलाद गुप्ता :-
सूत्रों के हवाले से खबर यह है कि कोतमा शहर में इन दिनों गुटखा खैनी पान मसाला इत्यादि नशीले पदार्थों की कालाबाजारी जोरों पर चल रही है आम नागरिक इन नशीले पदार्थों को दुगने दाम पर खरीदने को मजबूर है वर्तमान समय में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है जिसके कारण सभी प्रकार के व्यवसायियों पर सरकार ने सशर्त अंकुश लगाया गया है जिसके कारण कोतमा में स्थित एजेंसी के मालिक कालाबाजारी करने में नहीं चूक रहे हैं इनके पास रखे हुए स्टॉक जैसे कि राजश्री कमला पसंद पान पराग गुड़ाखू इत्यादि चीजें दुगने तिगने दामों पर रिटेलरओ को भेजा जा रहा है जिससे रिटेलर छोटे व्यापारी ग्राहकों को दुगने चौगुने दामों पर बेचने को मजबूर हैं वह एजेंसी मालिक के द्वारा कई छोटे व्यापारियों को उचित दर पर माल ना देना व नाम मात्र का माल देकर भगा देना जैसी स्थिति बनी हुई है जिससे आम व्यापारी व छोटा व्यापारी त्रस्त है व ग्राहकों को दुगनी दामों पर बेचने को मजबूर है आखिर इन जहरीले पदार्थों के सेवन पर सरकार द्वारा अंकुश क्यों नहीं लगाया जाता जो युवाओं के रगों में नशे का जहर खोल रहा है जिससे नशे की गिरफ्त में लिप्त युवा दोगुना 3 गुना दाम देकर भी अपने नशे की क्षुधा को शांत करने में लगा हुआ है
एजेंसी मालिक द्वारा स्टॉक रखने व बड़े व्यापारियों को ब्लैक में मनमाना दामों पर बेचा जाता है पान मसाला
सूचना यह है कि राजश्री एजेंसी मालिक के द्वारा पर्याप्त मात्रा में स्टाक करके राजश्री रख लिया जाता है और बाजार में सप्लाई रोक दी जाती है इसके बाद जैसे ही बाजार में राजश्री इत्यादि पान मसाला की डिमांड बढ़ती है वैसे ही बड़े व्यापारियों को मनमाने रेट पर एजेंसी मालिक मुहैया कराते हैं इस तरह इनका कालाबाजारी दुगनी तिगने स्तर पर चलता हैं
ग्राहकों को दुगने दामों पर खरीदने पड़ते हैं पान मसाला
कई ग्राहकों से प्राप्त सूचना के आधार पर जानकारी मिली है कि इस तरह की कालाबाजारी से ग्राहकों को पान मसाला खरीदने के लिए दुगने तिगुने दाम तक चुकाने पड़ते हैं जिससे राज्यश्री जो ₹5 में बिकती है वह ₹10 में और जो ₹10 में बिकती थी वह ₹20 में और जो ₹20 में बिकती थी वह ₹50 तक बेची जाती है।
मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से होती है खरीदी
मध्य प्रदेश के राजश्री फैक्ट्री में मध्य प्रदेश के पूर्व शासन द्वारा प्रतिबंध लगा दिए गए थे जिसके बाद मध्यप्रदेश में राजश्री का उत्पादन काफी कम हो गया था इन सबके बावजूद कोतमा एजेंसी मालिकों के पास अन्य राज्यों से राजश्री पहुंचने लगी जिसके बाद एजेंसी मालिक इसे कालाबाजारी करके अपने थोक ग्राहकों को मनमाने दामों पर बेचते हैं
कालाबाजारी पर प्रशासन का नही है ध्यान ।
आमतौर पर देखा जाए तो किसी भी तरह की कालाबाजारी पर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद होकर उस पर कार्रवाई करता है मगर राजश्री एजेंसी मालिकों पर प्रशासन जैसे मेहरबान हो गया हो इस पर किसी भी तरह की अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है वह एजेंसी मालिकों की कालाबाजारी की खबर पूरे नगर में आग की तरह फैली हुई है इन सबके बावजूद समस्त प्रशासनिक अमला सोया हुआ है
राजानी एजेंसी है सबसे ऊपर
प्राप्त जानकारी के अनुसार खबर है कि कोतमा के राजश्री के एजेंसी के मालिक द्वारा पान मसाला पर भारी कालाबाजारी देखने को मिली है जिसमे फुटकर व्यापारियों को माल न देकर ब्लैक में बोरियो को बदलकर चौगुने दामो पर राजश्री बेचा जा रहा है । जिससे फुटकर व्यापारियों द्वारा आम नागरिकों को दाम बढ़ाकर बेच जा रहा है अब तक लॉक डाउन में अकेले कोतमा में कई करोड़ का कालाबाजार हो चुका है व आगे निरंतर जारी है।