अनूपपुर -पालघर, महाराष्ट्र में पुलिस के सामने जूना अखाड़ा के संतों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े जी की निर्मम हत्या से स्तब्ध हूँ। छत्रपति शिवाजी महाराज एवं बालासाहेब ठाकरे जी के राज्य में सरेआम पुलिस के सामने साधुओं की निर्मम हत्या अकल्पनीय है। राज्य की कानून व्यवस्था अमानवीय और भ्रष्ट आचरणों के सुपुर्द हो चुकी है। मैं महाराष्ट्र सरकार से अपेक्षा करता हूँ कि हत्यारों को कठोर दंड दिया जाये एवं ऐसे असामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए। ऐसे कृत्य करने वाले और नफरत को सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाने वालों को भी कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र गिरी जी और जूना अखाड़े के सम्मानित वरिष्ठ पदाधिकारी इस घटना के विषय में जो निर्णय लेंगे उसका मैं हृदय से समर्थन करता हूं अखाड़े सभी एक है पुरे देश के संत इस कृत्य की घोर निन्दा कर रहे हैं पवित्र नगरी अमरकंटक के साधु संतों ने इस अमानवीय कृत्य घटना की घोर निन्दा की देश के संतों के साथ जब इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार होगा तो अन्य लोगों के साथ क्या होगा अगर समय रहते सरकार ने इस मामले की गंभीरता से नहीं लिया तो सरकार को लंबी किस्त चुकानी पड़ेगी लाकडाउन समाप्त होने के पश्चात सभी भारत के संत महाराष्ट्र में कुच करेंगे।
पालघर में साधुओं की हत्या निंदनीय -श्रीधर शर्मा