अनूपपुर,राजनगर/अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत डोला में आज दिनांक 8 मार्च 2020 को गरीब महिलाओं द्वारा रामनगर वन नाका पर बैठकर प्रशासनिक अमला से गुहार लगाया कि हमें भोजन की व्यवस्था कराई जाए हमें मजदूरी करने जाने दिया जाए कोरोना से नहीं हम भूख से मर रहे हैं महिलाओं से जानकारी लेने पर महिलाओं ने बताया कि हमें तीन तीन माह का राशन कोटेदार द्वारा दिया गया था लेकिन कई लोगों को दो माह व 1 माह का राशन दिया गया था इसके साथ ही कई ऐसी महिलाएं हैं जिनका बीपीएल का कार्ड नहीं बना है और कई ऐसे लोग हैं जिनका कार्ड तो बना है लेकिन पात्रता पर्ची नही आज तक हैं उपलब्ध नहीं हुई है ऐसे में हम लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है हम लोगों के परिवार की आज यह स्थिति है कि हम लोगों को भूखे ही जीवन यापन करना पड़ रहा है मोके पर उपस्थित लोगों द्वारा इसकी जानकारी ग्राम पंचायत सचिव राजकिशोर शर्मा को दी गई उनके द्वारा सरपंच व उपसरपंच के साथ मौके में पहुंचा गया व वहां पर उपस्थित सभी महिलाओं से जानकारी एकत्रित की गई व कई ऐसी महिलाएं जिनका राशन कार्ड नहीं है उन लोगों के नाम भी दर्ज किए गए साथ ही उपस्थित मजदूरों द्वारा यह भी बताया गया कि हमें प्रशासन द्वारा चावल और गेहूं प्राप्त होता है जबकि खाने के लिए और भी कई चीजों की आवश्यकता पड़ती है आखिर इसकी पूर्ति हमें किनके द्वारा प्रदान की जाएगी।
सरकार के आदेश को मानती घर में कैद हुई जनता मजदूरों ने बताया कि एक तरफ सरकार द्वारा पेंशन खातों में डाला जा रहा है वह संबल योजना के तहत विधवा पेंशन व कई प्रकार के पेंशन गरीब मजदूर खाते में डाले गए हैं लेकिन जब सरकार द्वारा सुबह से शाम घर से निकलने के निर्देश नहीं दी जा रहे हैं तो आखिर गरीब जनता करे तो क्या करें आखिर जनता किन के आदेश का पालन करें वर्क इन के आदेश का पालन ना करें इस बात से गरीब जनता भ्रमित होती दिखाई दे रही है शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित हैं गरीब मजदूर जिला प्रशासन के द्वारा गरीब तबके के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कई प्रकार की व्यवस्था की गई लेकिन गरीब तबके के मजदूरों को किसी प्रकार की व्यवस्था उन तक नहीं पहुंच पा रही है वहीं लोगों ने बताया कि हमारे रामनगर कॉल मोहल्ला कुनकुदुकाई ईटा भट्ठा सफाई में कई मजदूर है जो मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं लेकिन इस करो ना जैसे भयंकर महामारी के कारण आज घरों में रहने के लिए विवश हो चुके हैं साथी हमारे घर के कई ऐसे पुरुषों जिलेवार आज के कई कोनों में फंसे पड़े हुए हैं अब हमारे पास खाने पीने की किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है और ना ही शासन की योजना का लाभ भी मिल पा रहा है।
सरकार के आदेश हुए खोखले जनता उत्तरी सड़कों
एक और पूरे देश में कोरोना जैसी बीमारी ने अपने जाल फैला रखी है वही अनूपपुर जिले को भी पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है और गरीब लोगों के डोर टू डोर राशन पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा करने की अपील भी की गई लेकिन वही एक और यह देखा जाता है कि ग्राम पंचायत डोला में किसी भी प्रकार की व्यवस्था गरीब तबके के लोगों को नहीं मिल पा रही है आज इसी की वजह से 40से 50 की संख्या में लोग एकत्रित होकर सड़कों पर आ गए व शासन प्रशासन से खाने पीने की व्यवस्था के लिए गुहार लगाई गई उन्होंने यह भी बताया कि आज हमारे परिवार की स्थिति ठीक नहीं है भरण पोषण नहीं हो पा रहा है रोजाना मजदूरी करके अपनी जरूरत को पूरी करते थे जब से देश लॉकडाउन हुआ है हम लोग पूरी तरह से घरों में कैद हो चुके हैं गरीब मजदूर, विधवा महिलाएं बच्चों समेत बेसहारा लोग सड़कों पर देखे गए आखिर इनकी सुध लेगा कौन राज्य सरकार हर संभव मदद करने की कोशिश में लगी है किंतु गांव में रहने वाले लोगों की बेचैनियां परेशानियां दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं क्योंकि इस और अभी तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा वहीं जब ग्राम पंचायत डोला में जानकारी एकत्रित करनी चाही तो उनके द्वारा बताया गया कि हमें अभी तक शासन की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है और ना ही किसी प्रकार की राशि दी गई है जिससे कि हम अपने क्षेत्र के गरीब मजदूरों की भूख प्यास मिटा सकें।
कोरोना से नहीं भूख से मरने को विवश है हम गरीब मजदूर
शासन द्वारा कई प्रकार की योजनाओं कि जहां तक हैं मदद कई लोगों को मिली भी रही हैं लेकिन वही कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए घर में ही रहने के आदेश दिए जा रहे हैं तो आखिर हम तक पहुचेगा कैसे पैसे हमारे खाते में हैं लेकिन बैंक जाने के लिए घरों से निकलने ही अनुमति शासन द्वारा नहीं दिया जा रहा है शासन के आदेश से गरीब मजदूर अपने घरों में ही कैद होने को विवश हो चुका है सरकार पैसे खाते में डालती रही है किंतु निकालने के लिए बैंक तक जाने के लिए रोक लगा रखी है जिससे गरीब जनता बड़ी असमंजस में फंसी हुई है।
शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित है डोला के गरीब मजदूर
अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत डोला पंचायत जो कि एक आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र के नाम से जाना जाता है जहां पर अस्सी परसेंट गरीब तबके के लोग निवासरत है व हर दिन मजदूरी कर अपना व अपने परिवार का किसी तरह पालन पोषण कर रहे हैं वहीं पर आज पूरे देश में फैली कोरोना जैसे महामारी को देखकर अपने घरों में रहने के लिए विवश हो चुके हैं गरीब मजदूरों के द्वारा हर दिन रामनगर राजनगर डोला बिजुरी मनेन्द्रगढ़ सहित कई क्षेत्रों में जाकर मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे थे लेकिन आज देश पर आई एस बिपदा को देखकर घरों में रहने को विवश हो चुके हैं। कोरोना वायरस के चलते जिले को 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है वही हम गरीब मजदूरों को दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है गांव,गांव में राशन उपलब्ध कराने का दावा करने वाली सरकार व खादय विभाग तक मदद नहीं कर पा रही है।
इनका कहना है:-
शासन के निर्देश से हमारे द्वारा समस्त बीपीएल कार्ड धारकों को तीन तीन माह का राशन वितरण कर दिया गया हैं।
जयदीप यादव
पीडीएस संचालक डोला