राज्य नियंत्रण कक्ष के फोन नं. 0755241180 पर भी सूचना दे सकेंगे प्रवासी श्रमिक
अनूपपुर /प्रदेश के बाहर अन्य प्रदेशों में लोकडाउन के कारण रूके हुए मजदूरों को अपने गन्तव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था हेतु शासन ने विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देश अनुसार राज्य नियंत्रण कक्ष (स्टेट कंट्रोल रूम) में संधारित जानकारी जिसके अनुसार प्रदेश के किस जिले के मजदूर अन्य प्रदेशों में किस जिले में रूके हुए है उसकी जानकारी से राज्य समन्वयक अधिकारी को अवगत कराया जावेगा। राज्य समन्वयक अधिकारी अन्य राज्यों से संबंधित राज्य द्वारा संधारित प्रदेश के मजदूरों की यथासंभव जिलेवार जानकारी प्राप्त करें एवं अपनी डाटा भी उनसे साझा करेगें,उल्लेखनीय है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों के निवासी मजदूर जो अन्य प्रदेशों में फसे हुए है उनकी जानकारी मैपआईटी व जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री मजदूर सहायता योजना के अंतर्गत संधारित की गयी है। मैप आईटी के द्वारा ई-पास व्यवस्था के लिए संचालित पोर्टल में भी प्रदेश के बाहर ऐसे मजदूर जो प्रदेश में वापस आने के लिए इच्छुक है उनके पंजीयन की व्यवस्था की जावे। इसके अतिरिक्त ऐसे निवासी राज्य नियंत्रण कक्ष के फोन नं. 0755241180 पर भी सूचना दे सकेंगे जिसकी जानकारी का संकलन राज्य नियंत्रण कक्ष द्वारा किया जावे।
परिवहन व्यवस्था :
गुजरात, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश द्वारा वहाँ की बसों से मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है। शासन ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे समस्त नागरिक जो अन्य प्रदेशों से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश करेंगे उनकी मध्यप्रदेश की सीमा पर संबंधित जिले के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण, विश्राम व भोजन की व्यवस्था की जावे। स्वास्थ्य परीक्षण में अस्वस्थ पाये गये श्रमिकों की क्वारंटाइन की व्यवस्था वहीं पर सुनिश्चित की जावे। स्वस्थ्य पाये गये श्रमिकों को इन्ट्री प्वाइंट से उनके गंतव्य जिले तक पहुंचाने की व्यवस्था बसों के माध्यम से सीमावर्ती जिले द्वारा की जावे। इस हेतु परिवहन विभाग तथा आर.टी.ओ. द्वारा पर्याप्त बसें आवश्यकतानुसार उपलब्ध करायी जावेंगी। इन्ट्री प्वाइंट पर बसों को जिलेवार भेजा जावे।गन्तव्य जिले पर पहुँचने पर ऐसे नागरिकों का पुन: स्वास्थ्य परिक्षण किया जाएगा और स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ पाये गए नागरिकों के अलावा शेष को अपने निवास स्थल को भेजा जावेगा शेष व्यक्तियों को अस्वस्थ्य पाये जाने पर जिले के अंदर क्वारंटाइन किए जाने के निर्देश हैं। साथ ही अन्य शहरों से आने वालो मजदूरों की संख्या को उस राज्य के नोडल अधिकारी से समन्वय कर रेगुलेट की जावे ताकि बोर्डर पर व्यवस्था बनी रहे।