आज भारत में साल कें आखिरी सूर्यग्रहण का असर दिख रहा है. देश के कई हिस्सों में लोग इसका नजारा ले रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को सूर्यग्रहण देखा और उन्होंने इसकी तस्वीरें भी जारी की
देश में आज साल का आखिरी सूर्यग्रहण देखा जा रहा है. देश के कई हिस्सों में आम लोग इस अद्भुत नज़ारे को देख रहे हैं. कुण्डलाकार ग्रहण तब होता है जब चन्द्रमा धरती के इतने करीब नहीं होता कि वह पूरी तरह से सूर्य को छिपा सके. इसकी वजह से सूर्य की एक छोटी से आकृति गोल छल्ले के रूप में दिखाई देती है.गुरुवार की सुबह भारत से लेकर सिंगापुर, ओमान और सऊदी अरब तक आकाश में देखा गया. इस दुर्लभ खगोलीय घटना के दौरान सूर्य आग के छल्ले सा नजर आया. इसे कुण्डलाकार ग्रहण कहते हैं और यह तब होता है जब चन्द्रमा धरती के इतने करीब नहीं होता कि वो पूरी तरह से सूर्य को छिपा सके. इसकी वजह से सूर्य की एक छोटी से आकृति गोल छल्ले के रूप में दिखाई देती है. इस तरह के ग्रहण साल-दो साल में एक बार ही दिखते हैं, लेकिन यह हर बार धरती पर एक सीमित इलाके में ही नजर आते हैं और किसी भी एक पैटर्न को दोबारा आने में दशकों लग जाते हैं. गुरुवार के ग्रहण के दिखने की शुरुआत मध्य एशिया से हुई और दक्षिण भारत और दक्षिणपूर्व एशिया से होते हुए उत्तरी प्रशांत में खत्म हुई.दक्षिण भारत में तमिलनाडु के तट पर ग्रहण को देखने के लिए बहुत से लोग जमा हुए. ओडिशा सरकार ने तो छुट्टी की घोषणा कर दी और सभी सरकारी दफ्तर, अदालतें, स्कूल और कॉलेज बंद रहे. लेकिन राजधानी नई दिल्ली में बादलों और प्रदूषण की वजह से कुछ भी साफ नहीं दिखा. अन्य देशवासियों की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सूर्यग्रहण को देखा और इसकी तस्वीरें ट्वीट की. तस्वीरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ एक्सपर्ट्स से बात कर रहे हैं, इसके अलावा उनके पास ग्रहण देखने वाला स्पेशल चश्मा भी है. हालांकि, दिल्ली में बादलों के कारण सूर्यग्रहण का नजारा नहीं दिख पा रहा था.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'अन्य भारतीयों की तरह, मैं भी #Solareclipse2019 के लिए उत्साहित था. हालांकि, मैं सूरज नहीं देख पाया क्योंकि यहां पूरी तरह से बादल छाए हुए हैं. लेकिन मैंने लाइव स्ट्रीम के जरिए कोझिकोडे में दिखाई दिए सूर्य ग्रहण का नजारा देखा. इसके साथ ही मैंने एक्सपर्ट्स के साथ बातकर इसके बारे में बातचीत की