जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों के विरोध-प्रदर्शन ने सरकार को झुकने को मजबूर कर दिया. मोदी सरकार ने आखिरकार बढ़ी हुई हॉस्टल फीस वापस ले ली है. साथ ही गरीब छात्रों को आर्थिक सहायता देने के लिए एक योजना प्रस्तावित की गई है. इसकी जानकारी एचआरडी मिनिस्ट्री ने ट्वीट कर दी
नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद हॉस्टल की बढ़ी फीस से आंशिक तौर पर राहत दी है. जेएनयू ने हॉस्टल फीस से 100 रुपये कम किए हैं. हालांकि छात्रों को यह मंजूर नहीं है. उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है.जेएनयू में बढ़ी फीस में आंशिक तौर पर राहत मिलने को लेकर गृहमंत्रालय की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि जेएनयू प्रशासन ने बढ़ी हॉस्टल फीस वापस लेने का ऐलान किया है. सरकार भी गरीब छात्रों को आर्थिक सहायता के लिए योजना बनाती है. छात्रों से अपील है कि वो कक्षाओं में वापस लौट जाएं.प्रदर्शनकारी छात्र मसौदा छात्र नियमावली को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, जिसमें 1,700 रुपये का सेवा शुल्क का प्रावधान है. साथ ही छात्रावास सिक्योरिटी के लिए ली जाने वाली राशि को 5,500 रुपये से बढ़ाकर 12,000 रुपये कर दिया गया है. हालांकि इसे बाद में वापस कर दिया जाता है.