बिजली आउट सोर्स कर्मचारियों की समस्या निराकरण के लिए समिति गठित

आउटसोर्स कर्मचारियों का बीमा करवाया जायेगा, जिससे उन्हें बीमारी के दौरान आर्थिक संकट न हो। वर्ष में 15 दिन के अवकाश का भी प्रावधान किया जायेगा। सुरक्षा उपकरण, वर्दी और परिचय पत्र भी दिये जायेंगे। इनकी ट्रेनिंग भी करवाई जायेगी, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आये। प्रशिक्षित कार्मिक को ही बिजली के खम्भे पर चढ़ने की अनुमति होगी



बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्या निराकरण के लिए विभागीय समिति का गठन किया गया है। यह इन कर्मचारियों की मांगों का परीक्षण कर उनके निराकरण संबंधी सुझाव शासन को सौंपेगीइसके साथ ही,बिजली कर्मचारियों की कुछ मांगों का तत्काल निराकरण भी किया गया। इस संबंध में मंगलवार को ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसमें आउट सोर्स कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में ऊर्जा मंत्री ने बताया कि विभिन्न विद्यत वितरण कम्पनी में आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कुशल, अकुशल कर्मचारियों की कार्य के दौरान बिजली दुर्घटना से मृत्यु पर उनके परिजन को चार लाख रुपये देने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि 60 प्रतिशत से अधिक विकलांगता पर 2 लाख और 40 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक की विकलांगता पर 59 हजार 100 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है ऊर्जा मंत्री ने बताया कि सभी आउटसोर्स कर्मचारियों का बीमा करवाया जायेगा, जिससे उन्हें बीमारी के दौरान आर्थिक संकट न हो। वर्ष में 15 दिन के अवकाश का भी प्रावधान किया जायेगा। सुरक्षा उपकरण, वर्दी और परिचय पत्र भी दिये जायेंगे। इनकी ट्रेनिंग भी करवाई जायेगी, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आये। प्रशिक्षित कार्मिक को ही बिजली के खम्भे पर चढ़ने की अनुमति होगी। श्री सिंह ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों की अन्य मांगों पर भी सकारात्मक विचार किया जायेगा।बैठक में ऊर्जा सचिव सुखवीर सिंह, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी प्रशांत चतुर्वेदी वहीं आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल मालवीय,दिनेश सिसोदिया, शेख शारिक व कुलदीप सिंह राजपूत मौजूद थे। गौरतलब है,कि दो दिन पहले बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा राजधानी में प्रभावी प्रदर्शन किया था। इन्हें नियंत्रित करने पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा था।