टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने के बाद तीसरे बाघ की मौत
उमरिया। जिले के रेग्युलर फारेस्ट के घुनघुटी रेंज में एक बाघ के शावक की मौत हो गई। पहाड़िया के पास मझगवा नर्सरी में उसका शव मिला। एसडीओ राहुल मिश्रा ने बताया कि बड़े बाघ की हमले में उसकी जान गई है। शावक एक से सवा साल का बताया जा रहा है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था। पिछले चार साल में मध्यप्रदेश में 218 बाघों की बढ़ोतरी के साथ इनकी संख्या 526 बताई गई और प्रदेश ने टाइगर (बाघ) स्टेट का दर्जा फिर हासिल कर लिया है। पिछली दो गणना में सबसे ज्यादा टाइगर वाले कर्नाटक में इस बार दो बाघ कम मिले और बाघों की गिनती में वह दूसरे नंबर पर रहा था।आंकड़ों के मुताबिक, 1 अक्टूबर 2018 से 27 जून 2019 तक मध्य प्रदेश में 23 बाघों की मौत हो चुकी है। इनमें से 3 बाघों की मौत शिकार की वजह से हुई जबकि 5 बाघों की मौत करंट लगने से हुई है। बाकी के बाघों की मौत आपसी लड़ाई या फिर प्राकृतिक कारणों से हुई।